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All the world’s a stage

यथार्थ के धरातल का कठोर होना नियति हो शायद पर पुरुषार्थ का हाल तो बंजर में लकीरें खिचता है ….

Barren land
Barren land (Photo credit: Amr Tahtawi Photography)

-महान नायकों की तरह पुनःश्च कह पाने की हिम्मत कितनी है हम में

Amitabh Bachchan
Amitabh Bachchan (Photo credit: Wikipedia)

-शायद इसलिए वो नायक महान हैं क्योंकि जीता है उन्होंने …अपनी वासनाओं , अहम् , भय और दर्द को .

पर इनसे परे वो आम इंसान भी है …

India Gate 2
India Gate 2 (Photo credit: slazgrc)

जो डरता है ,

खुद से ,

समाज से.

-जिसका अहम उसके परिजनों पर भारी पड़ जाता है .

-जिसकी जुगुप्सा उसे पशुतर बना डालती है .

-जिसकी एकाकी पीड़ा इस निष्ठुर समाज के पल्ले नहीं पड़ती ….

Manual Laborer
Manual Laborer (Photo credit: Braden Gunem)

पानी  का  बुदबुदा क्षणिक होता है क्योंकि धरातल से वो जन्मता नहीं और सतह से ऊपर उठ नहीं पाता !

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2010-12-27 7-17-58 AM – IMG_0865 Rain-drops on leaves (Photo credit: Degilbo on flickr)

यही बात तो इंसान पर भी लागू   होती है ….

महानायक सोचता है ,तारों भरे आकाश की  और पा भी लेता है उसे ,

फिर आसमां की ज़ीनों  से फिसल जाए तो कोई ग़म नहीं ,

Nishabd
Nishabd (Photo credit: Wikipedia)

एक खामोशी भरी मौत और जीने की कोई जिद्द नहीं .

और हम !!!

फांक -दर- फांक रस में इतने मोहासिक्त

के

टुकड़ा – टुकड़ा मौत मंज़ूर हैं पर जिजीविषा की कमी नहीं .

-संघर्ष को पहचानना नायकत्व की पहली सीढ़ी है .

अपने संघर्ष को पहचानो,

हर सांस में हताशा के मुंह   पर एक मुक्का जड़ दो !

Rocky V
Rocky V (Photo credit: Wikipedia)

ज़िन्दगी के रंगमंच पर अपनी भूमिका के साथ न्याय करना ही तर्कसंगत है ,

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि  सूत्रधार हम पर क्या टिप्पणी कर रहा है

या

निर्देशक ने इस नाटक का कैसा अंत निर्धारित किया है.

काक उवाच :

Shady Crow
Shady Crow (Photo credit: Jehangir Irani)

“हमको ग़ालिब ने ये दुआ दी है ,

तुम सलामत रहो हज़ार बरस ,

ये बरस तो फ़क़त दिनों में गया .”

(गुलज़ार)